Holi Celebration. इंदौर के हृदय स्थल राजवाड़ा पर होलिका दहन की परंपरा 1728 में शुरू हुई थी. 294 वर्षों से चली आ रही है इस परंपरा के दौरान समय के साथ कुछ बदलाव हुए है लेकिन बाकी सब कुछ उसी तरह होता है जैसा तब राजपरिवार के सदस्य करते थे. होलकर राजवंश के युवराज यशवंत राव होल्कर तृतीय और रिचर्ड होलकर शिवाजी ने इस परंपरा का निर्वहन किया. वे भी 15 साल बाद इंदौर में होली दहन में पहुंचे थे. होलिका की साज-सज्जा राजवाड़ा पर शाम 5 बजे शुरू हो गई थी. दहन से पूर्व सरदार उदयसिंह होलकर ने आकर मल्हारी मार्तंड मंदिर में गादी और होलिका किया.
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