नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने  कहा है कि जो छात्र CBSE मूल्यांकन पद्धति से आए रिजल्ट से असंतुष्ट होंगे, उनके पास हालात ठीक होने पर परीक्षा देने का ऑप्शन रहेगा। यह परीक्षा अगस्त में हो सकती है।
 केंद्रीय मंत्री ने शुक्रवार को कहा कि किसी भी छात्र की योग्यता के साथ अन्याय नहीं होगा। सोशल मीडिया पर अपने संदेश में उन्होंने कहा- प्रधानमंत्री ने छात्रों के स्वास्थ्य व हित को ध्यान में रखकर परीक्षा रद्द करने का फैसला किया, उनका मैं आभारी हूं। मैं सुप्रीम कोर्ट का भी आभारी हूं कि उसने अपना निर्णय सीबीएसई के प्रस्ताव के अनुरूप दिया है।

देश में कोरोना के हालात को देखते हुए सीबीएसई ने 1 जून को 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी गई थीं। परीक्षाएं रद्द करने को कुछ छात्रों द्वारा चुनौती भी दी गई थी जिसे 18 जून को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर सरकार के बोर्ड रिजल्ट फॉर्मूले को स्वीकार कर लिया था।

फॉर्मूले के मुताबिक CBSE 12वीं कक्षा का रिजल्ट 10वीं, 11वीं और 12वीं क्लास में प्रदर्शन के आधार पर जारी किया जाएगा।  इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि 31 जुलाई तक सीबीएसई 12वीं के नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। यह भी कहा गया था कि जो बच्चे परिणाम से संतुष्ट नहीं होंगे, उन्हें हालात सामान्य होने पर दोबारा परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा।